Monkeypox: बुखार, चकत्ते और दर्द हैं मंकीपॉक्स के लक्षण, जानें कैसे बचाया जा सकता है खुद को?

Monkeypox कोरोना महामारी के बीच मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं। ऐसे में इस रोग के लक्षण बचाव कारण और इलाज के बारे में जानकारी रखना ज़रूरी है ताकि हम खुद को और अपने परिवार को इस बीमारी से बचा सकें। दुनियाभर के देश अब भी कोरोना वायरस महामारी से लड़ रहे हैं। इस वायरस के मामले भारत में भी एक बार फिर बढ़ते दिख रहे हैं। इसका ख़तरा अभी टला नहीं है कि एक और नया वायरस सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में मंकीपॉक्स वायरस का एक मामला देखा गया है। जिस शख्स में इस वायरस की पुष्टि हुई है वह हाल ही में नाइजीरिया से आया था। बताया जा रहा है कि यह वायरस चूहे जैसे संक्रमित जीवों से मनुष्य में फैलता है। Ads by Jagran.TV यह भी पढ़ें Covid-19 Symptoms: कोविड संक्रमण से जुड़े इन 8 सबसे अजीबोगरीब लक्षणों के बारे में जानते हैं आप? अमेरिका के CDC, के मुताबिक, यह एक दुर्लभ बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण के कारण होती है। यह ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से संबंधित है जिसमें वेरियोला वायरस (जो चेचक का कारण बनता है), वैक्सीनिया वायरस (चेचक के टीके में प्रयुक्त), और काउपॉक्स वायरस शामिल हैं। अभी तक यह साफ नहीं है कि इस वायरस का होस्ट कौन है, लेकिन अफ्रीकन रोडेंट और बंदर को इसके संचरण और संक्रमण का कारण माना जाता है। यह भी पढ़ें Sun Melon Benefits: बहुत ही लाजवाब फल है सरदा, बॉडी को हाइड्रेट रखने के साथ बालों का झड़ना भी करता है कम मंकीपॉक्स के लक्षण क्या हैं? मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक के तरह के ही होते हैं, लेकिन इसके जितने गंभीर नहीं। यह बीमारी बुखार, सिर दर्द मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, लिम्फ नोड्स में सूजन, ठंड लगना, और थकावट के साथ शुरू होती है। ऊष्मायन अवधि बुखार के 1 से 3 दिनों के बीच होती है। रोगी के शरीर पर चकत्ते विकसित होते हैं, जो चेहरे से शुरू होकर शरीर के अन्य भागों में फैलने लगते हैं। घाव, मैक्यूल, पपुल्स, वेसिकल्स, पस्ट्यूल और स्कैब के माध्यम से आगे बढ़ते हैं। रोग 2-4 सप्ताह तक रहता है। यह भी पढ़ें Yoga for Varicose Veins: वेरिकोज़ वेन्स की समस्या को दूर करने में फायदेमंद हैं ये 3 आसन मंकीपॉक्स कैसे फैलता है? क्योंकि मंकीपॉक्स एक ज़ूनोटिक बीमारी है, इसमें जानवर से मानव में फैलने की क्षमता होती है। यह शरीर में त्वचा के घाव, श्वसन पथ, आंख, नाक या मुंह के माध्यम से प्रवेश करता है। पशु से मानव में रोग का संचरण काटने, खरोंचने, घाव और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क के माध्यम से हो सकता है। इस रोग का मानव से मानव में फैलने की संभावना सीमित है, लेकिन संक्रमण श्वसन की बूंदों और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क के माध्यम से होता है। यह भी पढ़ें Coronavirus: क्या कोविड-19 संक्रमण का असर आंखों की रोशनी पर भी पड़ सकता है? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स मंकीपॉक्स से कैसे बचा जा सकता है? ऐसे जानवरों के संपर्क से बचें, जो वायरस को फैलाने का काम कर सकते हैं। बीमार जानवरों से डायरेक्ट या इनडायरेक्ट संपर्क से बचें। जो लोग संक्रमित हो जाते हैं, उन्हें स्वस्थ लोगों से दूर रखें यानी उन्हें आइसोलेशन में रखें। हाथों की सफाई पर खास ध्यान दें। मंकीपॉक्स का इलाज क्या है? अभी तक मंकीपॉक्स का कोई इलाज उपलब्ध नहीं है। हालांकि, स्मॉलपॉक्स वैक्सीन, एंटीवायरल्स और VIG का उपयोग प्रकोप को रोकने के लिए किया जाता है। यह भी पढ़ें Importance Of Vaccination: क्यों बच्चों के लिए ज़रूरी होती हैं वैक्सीन्स? जानें शिशु को कौन से टीके लगवाना हैं ज़रूरी Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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